क्यों तेरी हर कमी का इस दिल को एहसास है, क्यों तेरी हर बातों से दिल को इतना ऐतराज है। क्यों भूल जाता है ये सारे दर्द तेरी एक मुस्कान से, क्यों ये रो पड़ता है तेरी छोटी सी कड़वी बात पे। क्यों ये नहीं समझता कि उसको तेरी जरुरत नहीं, क्यों ये नहीं समझता कि मोहब्बत उसकी फितरत में नहीं। हा तूम्हारा इश्क गहरा था लेकिन उस गहरायी का उनहे अन्दाज़ न था, शायद यह सिर्फ तूम्हारा दर्द था इसलिए उनहे कोई गम भी न था। कब तक यूही आंसू बहाओ गे उनकी इस बेरुखी पर, कब तक दिल को यूही रुलाओगे खूद कि इस गलती पर। माना के मोहब्बत में शिद्दत है तूम्हारे जो कि कभी कम नहीं हो सकता, लेकिन इस दास्तां का दर्द ही कूछ ऐसा है जो कि कभी मूकम्मल नहीं हो सकता। #nigjt_thoughts #nocturnalvibes #writersthoughts #yqwriters #yqpoem #yqdidi #yqbaba #yqdada