हमसफ़र मेरा हमसफ़र मुझसे बोला, की भुल जा मुझे,वक़्त हर याद को भुला देता है, मेरे दिल ने कहा की ये यादें है, कुछ मीठी कुछ कड़वी, कड़वी यादें ज़ख्म देती है, ओर उसी ज़ख्म पर मीठी यादें, महरम लगती है... तू ही बता मेरे हमसफ़र , कैसे भुला दु तुझे, इसी के सहारे तो जिंदगी कट रही है..। Aloneboy™️ Nehu❤