हाथ पकड़ तू जरा सात जनम साथ चल जाउंगी हामी तो भर संग जीने मरने की आखिर सांस तक वफ़ा निभाऊंगी मोहब्बत निभाऊंगी कुछ ऐसे हर हद्द से मै गुजर जाउंगी भाए ना अब गीत ग़ज़ल तेरे प्यार के नगमे गुनगुना ऊंगी सब कहते है पागल हूं मैं पागलपन वाले इस इश्क को मै इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कराऊंगी। #love#wafa#sath#saat janm