इस दुनियां में अजनबी बनकर आसान है रहना... लोग बहुत तकलीफ़ देतें हैं बनाकर अपना... बनके अजनबी वो हमसे , आज महफ़िल में टकराएं थे सितम ढ़ाए थे जो पहले , वो क्या कम थे, जो आज नजरें भी तुम चुरा गए..... वादे तो तोड़ गए थे , नज़रों को ये धोखे तो रहने देते ,