अंत और पतन की तरफ ले जा रहा यह झूठा दंभ आज नहीं वर्षों से चली आ रही सच-झूठ की जंग । मुस्कुराता रहा झूठ ,सच पैरों तले कुचलता रहा, ईश्वर तेरे मायावी संसार में कैसे-कैसे हैं यह रंग। न्याय के सिंहासन पर भी लोलुपता का अधिपत्य हुआ, न्याय-इंसाफ़ भी उसी का हुआ लक्ष्मी है जिसके संग जो दिखता-सुनता वही सब मान लिया जाता सच , राम-हरिश्चंद्र के बाद अब हुआ मिथ्या युग का आरंभ । #pnpabhivyakti #pnpabhivyakti1 #pnphindi #सच_झूठ