क्या ख़ूब है ये प्रकृति समय के चक्र में बंधी जिनके पास आज समय ना था घर में दो पल गुजारने को उनको भी समय का मूल्य सिखा दिया कर रहे थे जो प्रकृति का क्षरण उनका ही आज हरण कर लिया ।। कैद कराने वाले पंछियो को ही घर में कैद कर दिया।। इन्सान को उनका मूल्य सिखा के खुद को पुनः रंग कर लिया।। जीवों को स्वतंत्र करा इंसानो को गुलाम कर दिया ।। यही तो प्रकृति है जनाब सभी को उनका मूल्य बता दिया ।। मानसी ......... #environment for the human to realize your mistakes ?? . . 🤔🤔