हर कोई इंसानियत से घबराएगा,किसे मालूम था ऐसा दौर भी आयेगा, यूं तो काबिल दुनिया बनाई थी, उस रहबर ने, क्या था पता, वो ग़लती कर जाएगा। भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक। परिणाम की घोषणा कल रात 8 बजे तक। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें।