Nojoto: Largest Storytelling Platform

कौन अपना कौन पराया , यह सब बेकार की बात है ! बुरे

कौन अपना कौन पराया ,
यह सब बेकार की बात है !
बुरे वक़्त में साथ देती ,
केवल तन्हाई और अँधेरी रात है !

वक़्त का क्या है जनाब,
यह तो एक न एक दिन पलट ही जाएगा !
इंसान जिस्म पर लगे घाव एक बार भूल भी जाए ,
पर दिल पर किए आघातों को कभी न भूल पाएगा !

                                         पंकज जैन #mood#poetry#nojoto
कौन अपना कौन पराया ,
यह सब बेकार की बात है !
बुरे वक़्त में साथ देती ,
केवल तन्हाई और अँधेरी रात है !

वक़्त का क्या है जनाब,
यह तो एक न एक दिन पलट ही जाएगा !
इंसान जिस्म पर लगे घाव एक बार भूल भी जाए ,
पर दिल पर किए आघातों को कभी न भूल पाएगा !

                                         पंकज जैन #mood#poetry#nojoto