ज़िन्दगी अधूरी चल रही है बिना तुम्हारे; हम मर कर भी जी रहे है बिना तुम्हारे... मौसम रोज़ सुहाना हो कर याद दिलाता है; हम सोच कर पुरानी बातों को रोते हैं बिना तुम्हारे..... #¥k #Night #Shayari