बिकती है ना खुशी कहीं और ना कहीं #_ग़म बिकता है लोग गलतफ़हमी में हैं कि शायद कहीं #मरहम बिकता है इंसान ख़्वाहिशों से बंधा हुआ एक #_जिद्दी___परिंदा है उम्मीदों से ही घायल है और #उम्मीदों पर ही #जिंदा है #Chandan_Sharma #Virat #shadesoflife बिकती है ना खुशी कहीं और ना कहीं #_ग़म बिकता है लोग गलतफ़हमी में हैं कि शायद कहीं #मरहम बिकता है इंसान ख़्वाहिशों से बंधा हुआ एक #_जिद्दी___परिंदा है उम्मीदों से ही घायल है और #उम्मीदों पर ही #जिंदा है