हर फूल हर कली पर तेरा है चेहरा। कोई न समझ पाया प्यार कितना है गहरा। जब फूल कभी हाथो में है तू साथ साथ दिन रातों में है। जमाने से डर नहीं है प्यार पर चाहे लगता हो कितना पहरा । शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव की शायरी हर फूल हर कली पर तेरा है चेहरा।