Nojoto: Largest Storytelling Platform

नदियों की ये धाराएं जब पर्वत से निकलती हैं पथ में

नदियों की ये धाराएं जब पर्वत से निकलती हैं
पथ में अवरोध को पार कर 
ये तो निरंतर चलती हैं
चलते चलते ही ये एक दिन
उस सागर में जा मिलती हैं
नहीं पूछती पता कभी उस सागर की दूरी का
रुकती नही कभी पथ में 
ये तो निरंतर चलती हैं
मुश्किलें लाख राहों में आती 
पर सबसे ये लड़ती हैं
अपने प्रचंड वेग से ही 
अपने लक्ष्य को चलती हैं

©Shailesh Yadav
  nadiyon ke dharayen

nadiyon ke dharayen #कविता

137 Views