कुछ सपने कुछ सपनों की यादें ले उसके शहर में भी सुबह हुई होगी। /अनुशीर्षक/ Thank you for this beautiful pic 😊 सलिल @ सलिल ..... ये किरणें पर्दों की ओट से माथे को छुपके सहला रही होंगी.. ठंडी हवा कानों में सहमे-सहमे सरसराके नींद से जगा रही होंगी। छोटी चिड़िया.. हां वो गौरैया चहचहाकर कुछ सुना रही होगी।