तेरी जीत का मेरी हार का.. मतलब नहीं अलग..! तेरा सही अलग हैं.. मेरा सही अलग..!! अपने किये को ख़ुद ही.. क्यूं तौलता हैं प्यारे, वो रख रहा हैं सबका.. खाता-बही अलग..!! --अमित कुमार 'जय' ©AMIT KUMAR JAY #सहीगलत #रब #Moon