आज मन में ना जाने क्यूँ एक ख़्याल आया है, तू मेरा है के नहीं बस यही सवाल आया है। खुशनुमा जिंदगी अब सब पुरानी बातें हो गई, अब तो इश्क़ भी उठा कर बवाल लाया है। कब से राहों में बैठी है सोहनी इस इंतजार में, कोई कहदे कि उठ तेरा महिवाल आया है। rumi ZAK