वो भी अंजान थी,मै भी अंजान था दोनों बेखबर थे एक दूसरे से,नहीं कोई पहचान था नियति का खेल का ये सब,हमें मिलाने वाला भगवान था। ©Ravi #Shayari_aur_Gazal #Bokaro