बाप बूढ़ा और बेटा, जब जवान होता है। बाप काम पर जाता है, बेटा घर पर सोता है।। खेत और खलिहान में जाना, बेटे से नहीं ये होता है। बीवी तनिक जो डांट लगावे, झट बर्तन भी धोता है।। किससे रोये दुखड़ा, बाप जब लाचार होता है। बाप काम पर जाता है, बेटा घर पर सोता है।। बाप अगर दो बोल बोल दे, तनिक न भाता है। साली गर गाली भी देवे, तो खुश हो जाता है।। सहारा होते हुए भी बाप, बेसहारा होता है। बाप काम पर जाता है, बेटा घर पर सोता है।। बाप ने लुटा दी कमाई, फिर भी न पूरा होता है। ससुर ने दे दी क्या गाड़ी, बेटा आभारी होता है।। जय उनकी करता निंदा, जिनका बाप रोता है। बाप काम पर जाता है, बेटा घर पर सोता है।। ©DILBAG J KHAN #fatherson