मंजिलों से कह दो ज़रा इंतज़ार करें अभी, मुसाफ़िर सफ़र को भी सुकूँ बांटता होगा...! शहर जाते वक्त जो छोड़ी थी रूह चौखट पर, अजनबी हवाओं में कहीं, उसे तलाशता होगा...!!-A.r (शेरनी❤️) #इश्क़ #सुकून_ए_शहर #बाखुदा_तुम्हीं_हो #जिंदगी_जिंदाबाद ❤️ #angel ❤️....✍️ #yqtraval #yqquotes