सुना है, पारम्परिक है,कौआ धूर्त होता है, कर्कश स्वर वाला, साला। पर कोयल ! मीठा स्वर, चिकनी - चुपड़ी बातें ! धूर्त मगर अव्वल दर्जे का, कौए के खोंते में बच्चे को पाले, ये क्या , ठगी ! कौआ तो बस चालाक, मटके में कंकड़ डाले पानी पी ले, बच्चा कौए का होशियार - बिना झुके इन्सां से भी डरे उड़ ले। तुम तो हो इन्सान,पहचानो - कौआ ? कोयल ? ©BANDHETIYA OFFICIAL #कोयल महाधूर्त है ! #tanha