#nojotoapp#followforfollow
रोती-बिलखती जिंदगियों में,
उन मासूम से चेहरों की आंखों में वो सूकून देखा है मैंने,
जो मन्दिर और मस्जिद मे नही मिले मुझे,
उन कुर्बत भरी होठों पे उस अल्लाह और ईश्वर की दुआओं का सुबूत देखा है मैंने।
कुछ फटे लिबाज़ो में तो कुछ नंगे पैरो मे थे वो,
किसी के पास तो आबरू ढकने को भी लिबाज़ ना था,