चलो मिलके एक बगीचा उगाते हैं,
सब रंगों के फूल उस में खिलाते हैं.
तोड़ देते हैं धर्म जात के बंधन हम,
एकता से जी सकें ऐसा एक धर्म बनाते हैं.
माँ का अम्मी से अब कोई बैर ना रहे,
अब्बा को पापा से शिकायत ना रहे.
मंदिर-मस्जिद का ये भेद भूल जाते हैं, #yqbaba#Dimri#riseabovereligion#yqdidi#yopowrimo