हृदयमन की अंतरात्मा में एक स्वच्छंद निश्छल भाव की छोटी सी उड़ने की आशा है, लगा आत्मसंयम, आत्मसमर्पण, आत्मविश्वास के पँखों को आसमान में उड़ने की आशा है, खुले नयन मेरे अधूरे सपनों को आज तन्मयता से पूरा करने की जागृत हुई अभिलाषा है, बन एक रचनात्मक,सृजनकार करूँ एक नवाचार जो अमूल्य हो ऐसा ज्ञान पाने की मुझमें पिपासा है। OPEN FOR COLLAB ✓challenge by ias guideline Ias guideline में आपका स्वागत है🙏 ✨हमेशा रचनात्मक और अधिक लिखने की कोशिश करें