Nojoto: Largest Storytelling Platform

ईश्वर एक विरोधाभास है तब तक, जब तक कोई व्यक्ति विश

ईश्वर एक विरोधाभास है तब तक, जब तक कोई व्यक्ति विशेष उसे Express करने की कोशिश करता है यही बात धर्मग्रंथों में भी देखने को मिलती है जहां कोई व्यक्ति विशेष उसे Express,Explain करने की कोशिश करता है जबकि वास्तविकता ये है की वो
Unexpressable ,Unexplainable है

©Himanchal Gupta
  #Spirituality