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उसके ज़रूरतों को समझ पाना ....!! जिसने हज़ारों मील

उसके ज़रूरतों को समझ पाना ....!!
जिसने हज़ारों मील नंगे पांवों से नापे हों ..!
उसकी आंखे आपकी आसमां से झड़ती गुलाबी पंखुड़ियों की तलबगार नहीं ...!!
साहब
इतना मुश्किल भी नहीं ...!
उसके पैरों के छाले देख कर भी
 उसकी बेबसी और लाचारी को समझ पाना ..!!
आप राजनीति के कुएं से बाहर तो निकलिए ..!
एक बार उस चमचमाती कार के बाहर ज़रा तपती धूप से भी नज़रे मिलाइए ...!!
फिर भी अगर ना दिखे उसकी ज़रूरत तो उस मजदूर पिता की मजबूर आंखो से निकलते रक्त की तपिश को थोड़ी देर ,बस थोड़ी देर झेल पाओ तो कहना ...!
कि वाकई मुश्किल है ये समझना...!!
तब शायद वो मजबूर मजदूर भी समझ चुका होगा कि जब एक इंसान,
 इंसान से हुक़्मरान बन जाएगा ...!
तो उसके अंदर का इंसान भी एक दिन जिंदा ना रह पाएगा..!!-A.r 
#मुश्किलभीनहीं #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi    #paidstory
उसके ज़रूरतों को समझ पाना ....!!
जिसने हज़ारों मील नंगे पांवों से नापे हों ..!
उसकी आंखे आपकी आसमां से झड़ती गुलाबी पंखुड़ियों की तलबगार नहीं ...!!
साहब
इतना मुश्किल भी नहीं ...!
उसके पैरों के छाले देख कर भी
 उसकी बेबसी और लाचारी को समझ पाना ..!!
आप राजनीति के कुएं से बाहर तो निकलिए ..!
एक बार उस चमचमाती कार के बाहर ज़रा तपती धूप से भी नज़रे मिलाइए ...!!
फिर भी अगर ना दिखे उसकी ज़रूरत तो उस मजदूर पिता की मजबूर आंखो से निकलते रक्त की तपिश को थोड़ी देर ,बस थोड़ी देर झेल पाओ तो कहना ...!
कि वाकई मुश्किल है ये समझना...!!
तब शायद वो मजबूर मजदूर भी समझ चुका होगा कि जब एक इंसान,
 इंसान से हुक़्मरान बन जाएगा ...!
तो उसके अंदर का इंसान भी एक दिन जिंदा ना रह पाएगा..!!-A.r 
#मुश्किलभीनहीं #yqdidi  #YourQuoteAndMine
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