आज मैंने कुछ पेरन्ट्स को अपने हीं बेटियों को बेचते देखा है, चंद पैसों की खातिर बाज़ार में सरेआम उन्हें नीलाम करते देखा है। - Ⓒ रत्नेश आज मैंने कुछ पेरन्ट्स को अपने हीं बेटियों को बेचते देखा है