कुछ लफ्ज़ इबारत से, पेश करूं तेरी खिदमत में। एक लफ्ज़ है मोहब्बत जो तेरे सिवा, कही हो नही सकती। एक लफ्ज़ है इबादत, जो तेरे इश्क के सिवा, किसी की हो नही सकती। एक लफ्ज़ खुदा की खुदाई, जो तू मेरी जिंदगी में आई। इस से ऊपर बता और भला क्या लिखें, आखिर इश्क समंदर की गहराईयां... कहां आसानी से दिखें।। ©Vasudha Uttam #BookLife #Nojoto #nojotonews #nojotohindi #nohotoenglish