ज़िंदगी में सारा झगड़ा ही ख़्वाहिशों का है ख्वाहिसों से भरा जिद्दी परिंदा है इन्सान जो घायल भी इन्ही ख्वाइशों से है,ओर जिन्दा भी इन्हीं ख्वाहिशों पर ।। -shishram #ख्वाइश