जब वक्त था उनके पास, हमारे लिए तब मशरूफ रहा करते थे हम काम में अपने लेकिन जब हमने निकाल लिया वक्त उनके लिए, तब तक वो मसरूफ हो चुके थे ©"pradyuman awasthi" #मसरूफ