थी चाह कामयाबी की दिल के किसी कोने में चैन कहां पाया फिर मैंने कभी सोने में की यारी जलती धूप से जून के महीने में अक्सर नहाया हूँ मैं मेहनत के इस पसीने में "जलती धूप में" ज़िन्दगी की राहों में धूप तो कम न होगी मगर किसी का साथ किसी पेड़ की छाया से कम नहीं। Collab करें YQ Bhaijan के साथ। #jaltidhoopme #yqbhaijan