शब्द जो तेरे दिल से होते, मैं तुमको खुद में लिख लेता। शब्द तेरे गर रूह से होते, तेरी भाषा मैं सिख लेता। मगर तेरे हैं शब्द अनोखे, जिनको मैं ना लिख पढ़ पाऊँ। उल्टे सीधे आड़े तिरछे, कैसे अपनें में गढ़ जाऊँ। #poem #thursday #Opinion #hindi #poetry #nojoto