White ज़िक्र तो किस्सों का होता है, इक ज़माना बिताया है मोहब्बत में। जो गुज़र न सके मर्ज का दरिया, वो दरिया गुजारा है मोहब्बत में। इश्क मिला, साथ आंसु भी मिले, उन आसुओं का सफर बिताया है मोहब्बत में। थे शहंशाह खुद की महफिल के हम, महज़ खुद को फ़कीर बनाया इस मोहब्बत में। और जनाब, सिर्फ अपने नहीं.. बहुत कुछ गवाया है इस मोहब्बत में। ©Maurya ji #sad_quotes alone shayari girl shayari on life sad shayari shayari love hindi shayari