पत्थर के पुष्पपात्र ठोस पुष्पगुच्छ के नियंता कोमल सामंजस्य पारस्परिक आचार दोनों का सौंदर्य मेल तराश की आत्मा संग आनुपातिक सुडौलता हृदय नियामक प्रेम पटल,प्रेम पवित्र भूमिका भाव प्रधान पत्थर पृष्ठ,पुष्प संज्ञा विशेषण प्रेम,आवारा गुलाब तुम्हारा! उसके ख़यालों में रहने से... उसका ख़याल रखने तक , प्रेम की सबसे बारीक ईकाई... ख़याल रखना ही है । ख़याल उसका... ख़याल उसके मान का... ख़याल उसके सम्मान का... ख़याल उसके अतीत का... ख़याल उसके वर्तमान का... ख़याल उसके भविष्य का...