प्यार तो अपार था माँ पहले भी, पर जब मैं माँ बनी, तेरी अहमियत का एहसास हुआ। पल में बिगड़ना, फिर भूल जाना, तुम्हारा प्यार से पुकारना, बिल्कुल बेतुका न था माँ। तुझे खुश देख अब, मैं चैन की नींद सोती हूँ माँ।। 📥 RKS Dare :- ◆RKSLN - 79 📇 #RKSLNcollabs आपका हार्दिक स्वागत करता है..😊🙏 💫RKS DARE 79 :- "माँ" अर्थात :- माता / जननी आज के Dare में आप सभी रचनाकार "माँ" शब्द को लेकर रचना करें..!!