खोवता माधुर्य में, दिपलोक के प्राचुर्य में । है अजगयब की लेखनी, उर दीप्तिलोक कि देखनी ।। आलोक दीप्ति लिख रहे, नव कथन में संग दिख रहे । निज लेखनी को सारते, प्रेमल प्रसून निहारते ।। #alokstates #दीप #कविता #yqdidi #oneness_of_souls #lovequotes #infinitewriter #essentiallydeep