a-person-standing-on-a-beach-at-sunset एक तंग गली में खड़ी हूं जहां कोई मोड नहीं है वीरान इस गली की कोई छोर भी नहीं है छोड़ना था यह गली चाहत थी निकलने की कोशिश थी कहीं दूर जाने की इस गली से बिछड़ने की पर कदम किस ओर बढ़ाऊं कोई छोर भी तो नहीं है या फिर मोड लूं कदम किसी ओर पर यहां कोई मोड भी तो नहीं है इस गली की दहलीज नहीं न यहाँ कोई सहारा है न कोई छोर, न कोई मोड हर तरफ बस किनारा ही किनारा है ©Sakshi #confused वीरान गली