अब तो गुस्सा छोड़ दे यार ,ये साल गुज़रने वाला है। नई सुबह एक नई किरण ,सूरज बिखेरने वाला है। जीवन के हर मोड़ पे , उतार चढ़ाव तो आते हैं पर यादों के वो फूल सुनहरें ,कभी नहीं मुरझाते हैं। इन सुनहरी यादों में कुछ मुलाकात भी ऐसी होती है ,कुछ बात भी ऐसी होती है बिन बोले घर से निकल कर संग दोस्त के घूमें कुछ रात भी ऐसी होती है। उन पलों को इतिहास बनाने का ,वक़्त करीब आने वाला है अब तो गुस्सा छोड़ दे यार , ये साल गुजरने वाला है। साल नया शुरुआत नई होगी ,पर मुस्कान वही पुरानी होगी वही मौज फिर वही हो मस्ती , फिर एक नई कहानी होगी। कुछ दिन की तो बात है यार फिर बिछड़ हम जाएँगे। मिलने को एक दूजे से फिर महीनों तक हम दोनों ही तरस जाएँगे उन कड़वाहट को अब मिठास , बनाने का वक़्त आने वाला है अब तो गुस्सा छोड़ दे यार ये साल गुज़रने वाला है। #NojotoQuote #rjpoetry #nojoto #dosti