अहद-ए- वफ़ा पर ज्यादा, कुछ नही कहना है करके ख़ुद से एक वादा, फ़क़त उसे निभाना है कुछ करके दिखाना, बातों में ना वक़्त गँवाना है उदास चेहरों पे मुस्कान हो, और रोते को हँसाना है। कुछ अच्छे करम करके, बेचैन दिल को सुकून पहुंचाना है मिले जो मुझे, खिले वो चेहरा, इतनी सी दिल मे जगह बनाना है। अपने बुजुर्गों की सीख, और संस्करों का मान बढ़ाना है ऐ मेरे ख़ुदा! हिम्मत अता फरमा, मुझे अहद-ए-वफ़ा कुछ यूँ निभाना है। Challenge-116 #collabwithकोराकाग़ज़ अहद-ए-वफ़ा = promise of trust, faith, faithfulness, (Constancy). 8 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #अहद_ए_वफ़ा #promisedayspecial #कोराकाग़ज़ YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️