अधर जो थे प्यासे प्यासे रहे । नज़र के भी अपने झांसे रहे । प्रतीक्षा न करता तो करता भी क्या । तुम्हारे चयन के हताशे रहे ।। गंगवार अनिल #NojotoQuote शायरी