तेरी कृपा दृष्टि मां सब पर है बरसती फिर भी तेरे दीदार को आंखें हैं तरसती माना नहीं हूं काबिल मां गुनहगार हूं तेरा मेरे गुनाहों को बखशके मां हाथ पकड़ ले मेरा ©Anita Mishra #JMD #navratri2020