मैं बंद रस्मों रिवाजों के पिंजड़े में सिसकता हु मैं अपनो के खुदागर्जी से दुनियावी भीड़ में अपनी राह ढुंढना चाहता हूं। ये मिट्टी के कानून ये लकीरें नया मुसाफिर ही मैं जिंदगी राह साथ मेरे तू हो ले । दुनियावी मेलों मुझे न घेर पाए मैं हु मस्त मौला खिदमत खुदाई इस मिट्टी की पिजड़े से उड़ने दे छू लूं तेरी खुदाई। आसमान छूना है मुझ को भी मेरे मालिक हालातों के काली घटाएं!! मुश्किलों के बर्क भी मुझे पे है गिराए पर तू साथ रहना हमेशा मेरे मालिक मुझे हद की घुटन से तू बेहद करदे हमे भी है जीना आसमां है छूना मेरे पंखों को तू हवा दे मेरे मालिक। नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳 #rz_मजबूर_ #yqrestzone #yqdidi #yqrz #collabwithrestzone #restzone Collaborating with Rest Zone#rest zone