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#अफ़वाह" बिछड़ कर भी वो यूं हर माह मिल जाती है! ज

#अफ़वाह"

बिछड़ कर भी वो यूं हर माह मिल जाती है!
जैसे मजदूरी की तन्खाह.   मिल जाती है!!
चलन कैसा है ये अंजान कुछ तो बोलो!
खबर से पहले क्यों अफ़वाह मिल जाती है!!
@अंजान
9453684144 #अफवाह
#अफ़वाह"

बिछड़ कर भी वो यूं हर माह मिल जाती है!
जैसे मजदूरी की तन्खाह.   मिल जाती है!!
चलन कैसा है ये अंजान कुछ तो बोलो!
खबर से पहले क्यों अफ़वाह मिल जाती है!!
@अंजान
9453684144 #अफवाह