इल्म ना था गुनाह-ऐ-इश्क़ की सजा का हमें ताउम्र की तन्हाई मुकर्रर की है महबूब ने मेरे कुबूला था इश्क़ तो सजा भी कुबूलेंगे ना तुम हमे भूलना ना हम तुम्हे भूलेंगे #ishq #sajaa #kabool #maun #yqbaba #yqdidi