अर्जुन की दृष्टि से हमें तीर अब है भेदना जीने की मंजिल को हमें उस तीर से है चीरना तुम जो कोशिश करो रोकने की हमें बाधा बनो पथ में हमारे और टोकने की हमें हम नहीं रुकेंगे चलना निरंतर है हमे चाहिए नहीं वो रास्ते जो दे सुख और आराम हमें अंगारों पर चलना है और चट्टान सब बन्ना है कर्म पथ पर चलते रहना है और विश्वास अपना अटल रखना है मिलने को मिलेंगे मुसाफिर हजारों मगर साथ लेकर उनको आगे बढ़ना है हमें उन महानायक अटल का अटल विश्वास लेकर कर्म पथ पर बढ़ना है हमें कर्मपथ पर चलते रहना है ,विश्वास अपना अटल रखना है समय सीमा- रात 9:00pm तक पंक्तियों पर कोई पावन्दी नही है #ourwayofmotive #our_way_of_motive #YourQuoteAndMine