दूर कही बादलो पे हो मेरा भी बसेरा जहाँ न पहुंच सके कोई भी गम मुझ तक यार ऐसा हो एक मेरा भी संसार जहाँ जी सकूँ खुशी खुशी मै तो यार चाँद की चाँदनी और बादलो की छाँव हो दूजा न हो कोई और पास मेरे बस अब इतनी ही बची है ख्वाहिश मेरी #दूर कही बादलो पे