मोहब्ब्त है बड़ी कमबख्त रातें तक जलाती है, कभी तकिया भिगोती है कभी आँखे गलाती है। मोहब्बत की तबाही सिर्फ आंखों तक नही रुकती, कभी सिगरेट पिलाती है कभी दारू पिलाती है ।। ©Er. Dharmendra Verma #Love #SAD #sad_poetry #sad_love #Dard #Hopeless #शायरी #कविता #मोहब्बत