जय जय श्री राम नाम लेके रावन जैसा तू काम न कर पुरूष उत्तम राम को तू सरे आम इउ बदनाम न कर अपने अंदर की रावन का तू खुले आम इउ प्रचार न कर झूठे तेरे भक्ति सारी इसपर न अब अभिमान कर सतयुग में प्रभु राम ने रावन का संहार किया राम भक्त होकर भी तू रावन जैसा काम किया सीता मइया की खातिर जिसने दुष्टों को जो दंड दिया कलियुग की रावन का फिर तूने किउ अपना साथ दिया? उस युग की रावन भी सीता जी को सम्मान किया अपनी अंदर पौरुष को भी पूर्णरूप से सैयम किया एक कुकर्म की कारन भी वो हर साल इउ ही जलते रहे हजार कुकर्म कर के भी अब इस युग की रावन बचते रहे. रामराज्य की कहानी अब इसयूग में भी बेमानी है हर युग मे सीता जी को ही अग्निपरीक्षा देनी है सच का तू न साथ दिया झूठे तेरे भक्ति है अपनी धर्म की बदनाम करता कैसा तू कुकर्मी है? इंसान बनके जन्मे हो तो इंसानों जैसा कुछ काम तो कर जय जय श्री राम नाम लेके रावन जैसा तू काम न कर