Nojoto: Largest Storytelling Platform

देखों आसमां में, ईद का चाँद आया हैं साथ मे

देखों   आसमां  में, ईद  का  चाँद  आया  हैं
साथ  में  अपने, रिश्तों  की सौग़ात लाया हैं ।

ख़ुदा,  ना  धन  से  मानेगा,  ना  धनवान  से मानेगा
सच्चे दिल से जो कर्म करेगा, वो उसकी बात मानेगा ।

चिराग़,  तुम  दिलों के जलाना, काफ़िर को दूर भगाना
अपनों  के  साथ, अब  हरदिन को तुम  ईदगाह  बनाना ।

अब सारे गमों को, तुम अपनी जिंदगी से हटाना भुलाना
अपने-पराये  सबको, तुम सच्चे  दिल  से  गले  लगाना ।

खोलकर  अपनी  बाहें, तुम सबको गले लगाना 
अपने दुश्मनों को, तुम सदा के लिए भूल जाना ।

अपने  मंसूबो  को  तुम,  सदा   नेक   रखना
अपनी  ज़ुबा  को  तुम, अपने क़ाबू में रखना ।

ईद   का  चाँद  तुम्हें,  बस  इतना  बताने  आया  हैं,
अपने गिले-शिकवे भुलाकर, सबको गले लगाना हैं ।

ख़ुश  हो  हमसब,  देखकर  ईद  का  हिलाल
पोशाकें  पहनकर  हम,  सुनहरी-सफ़ेद-लाल ।

इस  शब-ए-रात  में,  तुम  भुलकर  कलाल 
न रखना दिल में कोई मलाल, फ़िर सबको कहना... ।

ईद मुबारक..........ईद मुबारक ।
talvindra_writes देखों   आसमां  में, ईद  का  चाँद  आया  हैं
साथ  में  अपने, रिश्तों  की सौग़ात लाया हैं ।

ख़ुदा,  ना  धन  से  मानेगा,  ना  धनवान  से मानेगा
सच्चे दिल से जो कर्म करेगा, वो उसकी बात मानेगा ।

चिराग़,  तुम  दिलों के जलाना, काफ़िर को दूर भगाना
अपनों  के  साथ, अब  हरदिन को तुम  ईदगाह  बनाना ।
देखों   आसमां  में, ईद  का  चाँद  आया  हैं
साथ  में  अपने, रिश्तों  की सौग़ात लाया हैं ।

ख़ुदा,  ना  धन  से  मानेगा,  ना  धनवान  से मानेगा
सच्चे दिल से जो कर्म करेगा, वो उसकी बात मानेगा ।

चिराग़,  तुम  दिलों के जलाना, काफ़िर को दूर भगाना
अपनों  के  साथ, अब  हरदिन को तुम  ईदगाह  बनाना ।

अब सारे गमों को, तुम अपनी जिंदगी से हटाना भुलाना
अपने-पराये  सबको, तुम सच्चे  दिल  से  गले  लगाना ।

खोलकर  अपनी  बाहें, तुम सबको गले लगाना 
अपने दुश्मनों को, तुम सदा के लिए भूल जाना ।

अपने  मंसूबो  को  तुम,  सदा   नेक   रखना
अपनी  ज़ुबा  को  तुम, अपने क़ाबू में रखना ।

ईद   का  चाँद  तुम्हें,  बस  इतना  बताने  आया  हैं,
अपने गिले-शिकवे भुलाकर, सबको गले लगाना हैं ।

ख़ुश  हो  हमसब,  देखकर  ईद  का  हिलाल
पोशाकें  पहनकर  हम,  सुनहरी-सफ़ेद-लाल ।

इस  शब-ए-रात  में,  तुम  भुलकर  कलाल 
न रखना दिल में कोई मलाल, फ़िर सबको कहना... ।

ईद मुबारक..........ईद मुबारक ।
talvindra_writes देखों   आसमां  में, ईद  का  चाँद  आया  हैं
साथ  में  अपने, रिश्तों  की सौग़ात लाया हैं ।

ख़ुदा,  ना  धन  से  मानेगा,  ना  धनवान  से मानेगा
सच्चे दिल से जो कर्म करेगा, वो उसकी बात मानेगा ।

चिराग़,  तुम  दिलों के जलाना, काफ़िर को दूर भगाना
अपनों  के  साथ, अब  हरदिन को तुम  ईदगाह  बनाना ।