दिल जाने किस बात पे रोता है, सब कुछ वैसा जैसा कल था, कुछ मगर है ऐसा जो कचोटता है, ढूँढू खुद में तो बस खाक मिले, तेरे-मेरे बीच जाने कैसे गीले, कुछ है ऐसा जो धीमे-धीमे खोता है, कभी कभी यूँ भी होता है, लब हँसते हैं और दिल रोता है ... कभी कभी यूँ भी होता है... #कभीकभी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #octoberdays #vineetvicky #liferocks #ushum