मुकम्मल जिंदगी हो जाय तो फिर मौत आती है, मुकम्मल मौत जो हो जाय बदबू लाश ढाती है, ऐसी लाश,ऐसी मौत,दफ्न हो जमीं में ही माटी। ©BANDHETIYA OFFICIAL #जमीं ही मौत का भी ठौर! #Kangana