DaughtersDay किसकी घर की ना जाने उजियारी है जब वह बेटी हमारी सयानी है भोर भई चिड़चिड़ा आई चिड़िया बेटी हमारे जगमगाए है ना जाने किस घर की किलकारी है जब बेटी हमारी बियाई है बेटी बड़ी खुशियां भी बढ़ जानी है दुखद बस इतनी है ना जाने कब आंगन की चिड़िया उड़ जानी है जो खुद संभली ना जाए कैसे समझाऊं पराए घर तुझे संभालना है हालात को पैदा करने वाली गुड़िया कैसे बताऊं हर हालात से समझौता तुझे करनी है ना जाने कैसे रह पाऊं इस घर में जब बेटी हमारी ब्याही जानी है @tanisha ... #DaughtersDay ...pariyo ke bhesh me rehtei h ..whi beti hoti h Jo kilkariyo se bhari .h❣️❣️❣️❣️@dil_kibaat